राजस्व अधिकारी भी कारवाई सुनिश्चित करने में विफल है कहते हैं रैयती जमीन पर तालाब है हम क्या कर सकते हैं
पाकुड़ ब्यूरो: पाकुड़ जिले में तालाबों पर लगातार ग्रहण लगते जा रहे है और इस तालाबों पर हो रहे अतिक्रमण और उनका अस्तित्व समाप्त करने में धन बल से संपन्न रशुखदार बडे़ पैमाने पर आसानी से जारी रखें है पाकुड़ जिले मे करीब रैयती और सरकारी तालाबों की संख्या 85 सरकारी रजिस्टर के मुताबिक है पर इस सरकारी रजिस्टर को भी झूठा साबित करने का प्रयास इस तालाब को अतिक्रमण करने वाले माफिया बडे़ बखूवी करने पर जोर लगाए हुए है आएं दिन पाकुड़ नगर पंचायत के आधीन कई तालाबों को अतिक्रमण किया गया कही तालाबों के पाटालो पर पी.सी.सी.सड़के स्वीकृत कर सड़क बनाया गया तो कही ट्रैक्टर से प्रतिदिन एक दो ट्रैक्टर डस्ट डलवाने की प्रथा शुरू हुईं कही तालाबों पर मकान बनाने की होड़ लगी रही पर प्रकाशित खबरों पर संज्ञान नही लिया गया और पाकुड़ नगर की जल संसाधन समस्या को दर किनार करते हुए तालाबों को अतिक्रमण मुक्त कराने के बजाय तालाबों पर हो रहे अतिक्रमण को पनपने मे दिया गया जो बहुत बड़ी विफलता का सन्देश हैं